आज इस पोस्ट के माध्यम से जानेगे की Festivals of Himachal Pradesh के बारे मे की हिमांचल प्रदेश मे कितने त्यौहार मनाये जाते है। और कब मनाये जाते है, त्यौहार की खास बात क्या है, और किन जगह पे इनका आयोजन किया जाता है, साल के किस टाइम किस महीने मे आयोजन होता है। क्युकी हिमांचल प्रदेश एक बहुत ही सुन्दर प्रदेश है,इसी तरह यहाँ के त्यौहार मानने का तरीका भी बहुत अच्छा है, जो की लोगो के आकर्षण का केंद्र बनते है।

यहाँ पे लोग देश और विदेश के सभी लोग शामिल होते है। और पहाड़ी कल्चर को समझते है। हिमांचल प्रदेश मे लगने वाले मेला भी Festivals of Himachal Pradesh मे शामिल है। यहाँ पर हर धर्म के त्यौहार मनाये जाते है तो हम आज जाने गे Festivals of Himachal Pradesh जो बहुत ही चर्चित है, इनके बारे मे विस्तार से आगे समझे गे।

Festivals of Himachal Pradesh मंडी शिवरात्रि मेला

Festivals of Himachal Pradesh
Festivals of Himachal Pradesh

भारत के हिमांचल प्रदेश के मंडी शहर में लगता है। यह हिमाचल प्रदेश का बहुत ही प्रसिद्ध मेला है। यह साल में शिवरात्रि के दिन में लगता है और 7 से 10 दिन तक चलता है। मंडी शहर के प्रसिद्ध तत्रिलोकनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर के पास लगता है। यह एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक मेला है। यह मेला हिमाचल के लोगो की सांस्कृतिक प्रस्तुति देखने का एक अच्छा अवसर है। इसका मुख्य उद्देश धार्मिक महत्व को उजागर करना है। और यह मेला हिमाचल की पर्यटन के छेत्र में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

कसोल संगीत समारोह

Festivals of Himachal Pradesh
Festivals of Himachal Pradesh

कसोल संगीत समारोह कसोल, हिमाचल प्रदेश, भारत में आयोजित होने वाला एक लोकप्रिय संगीत समारोह है। यह एक विश्व प्रसिद्ध संगीत समारोह है, इसमें देश विदेश के लोग आते है। और प्राकृतिक सौंदर्य का भी अनुभव करते है। कसोल संगीत समारोह हर साल गर्मी के महीनों में मनाया जाता है। यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जो संगीत और कला के प्रेमियों को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

कुल्लू दशहरा

Festivals of Himachal Pradesh
Festivals of Himachal Pradesh

कुल्लू दशहरा हिमाचल प्रदेश में मनाया जाता है। यह दशहरा के दिन मनाया जाता है यह आयोजन कुल्लू जनपद के कुल्लू शहर में होता है, और 10 दिन तक चलता है। इस दिन का मुख आकर्षण रथ यात्रा है, इसका आयोजन दशमी के दिन भगवान राम के जन्म की खुशी में मनाया जाता है। कुल्लू दशहरा लोकल लोगो के बीच बहुत ही विशेष महत्व रखता है। यह त्योहार हिमाचल प्रदेश की सांक्रतिक और धार्मिक विरासत का एक महत्पूर्ण भाग है।

लोसर

Festivals of Himachal Pradesh
Festivals of Himachal Pradesh

लोसर का मतलब नववर्ष से है, जो की Festivals of Himachal Pradesh का पहला त्यौहार है। यह त्यौहार खास्कर हिमांचल के आसपास के सभी जगह मे मनाया जाता है। इस दिन लोग अपनी खुशी अपनों से बाटते है। यह आम तौर पर फ़रवरी और मार्च के बीच मे मनाया जाता है। इस दिन कला, नत्र और खेल का आयोजन करते है। यह बहोत संस्कृति और महूतपूर्ण त्यौहार है जिससे सभी लोग आनंद लेते है,और सामूहिक एकता की भावना को बढ़ावा देता है।

‌सैर त्यौहार

Festivals of Himachal Pradesh
Festivals of Himachal Pradesh

सैर त्योहार Festivals of Himachal Pradesh मे आता है, जो की खास कश्मीर घाटी मे मनाया जाता है। इसका मुख्य उदेश्य लोगो मे खुशिया पहुंचना है यह हर साल अक्टुबर या नवंबर महीने मे होता है। यह पकवान खाने से शुरु होता है, और पार्वतीय मंदिरो की पूजा के साथ समाप्त होता है। लोग इसमे धार्मिक अनुष्ठान करते है,और यह कश्मीरी समुदाय के लिए बहुत महत्त रखता है।

‌Shimla Summer festival

‌Shimla Summer festival

शिमला समर फेस्टिवल हिमांचल प्रदेश के शिमला मे आयोजित होता है,जो की साल मे एक बार आयोजित होता है। यह मई जून के महीनों मे आयोजित होता है। यह बहुत हे प्रसिद्धतम त्यौहार मे से एक है। इसमे कई कार्यकम जैसे संगीत, राजा रानी परेड,खाद व्यंजन मेला, संगीत प्रतियोगिता आदि का आयोजन होता है। शिमला फेस्टिवल के दौरान यहाँ स्थानीय लोग और बाहरी लोग हिल स्टेशनों का आंनद लेते है, जो की प्रयटन को बढ़ावा देने का एक अच्छा तरीका है।

साज़ो त्यौहार

‌Shimla Summer festival

साज़ो त्यौहार हिमांचल प्रदेश का एक महोत्यपूर्ण धार्मिक उत्सव है, जो की किन्नोर जिले मे मनाया जाता है, साल के जनवरी मे आता है। इसका आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य स्थानीय देवताओं के स्वर्ग की ओर जाने के अवसर को उद्देश मान कर मनाया जाता है। यह दिन उनके लिए पवित्र और शुभ माना जाता है। इसमे संगीत और नाट्य के साथ बहोत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यहाँ कि ऐसी मान्यता है की देवता स्वर्ग की ओर कैलाश पर्वत मे अपनी यात्रा आरम्भ करते है ।

‌हल्दा उत्सव

‌Shimla Summer festival

यह त्यौहार हिमांचल प्रदेश के लाहौल जिले मे आयोजित किये जाने वाला एक महोत्यपूर्ण त्यौहार है। जो की मगहा पूर्णिमा को मनाया जाता है। उत्सव शिखर आपा को समर्पित किया जाता है,जो की सुख स्मृद्धि की देवी है। इस त्यौहार मे सभी लोग जूनिपर पेड़ की टहनीयों को साथ मे बाधकर हाल्डा के रूप मे किया जाता है

फुलाइच महोत्सव

फुलाइच महत्वा को फूलो का महोत्सव भी कहा जाता है, जो की सितंबर महीने मे हिमांचल प्रदेश के किन्नोर जिले मे मनाया जाता है। यह महोत्सव 1 सप्ताह तक चलता है, 18 सितम्बर को सुन्दर फूल को एकत्रित करते है 20 सितम्बर को स्थानी प्रतिमा की पूजा होती है, और 23 तारिक को समापन के लिए प्रतिमाओ को मंदिरो मे दुवारा स्थापित किया जाता है, बकरी और एक मेमना की बलि चढ़ाते है।

Official Website of Himachal Pradesh: https://himachaltourism.gov.in/

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FAQ (Frequently Asked Question)

हिमांचल प्रदेश का प्राचीन नाम क्या है।

हिमांचल प्रदेश का प्राचीन नाम त्रिग्रत है, क्युकी यह तीन नदियों के के किनारे स्थित है, इसी वजह से यह नाम पड़ा।

हिमांचल प्रदेश का प्रमुख त्यौहार कौन सा है।

हिमांचल प्रदेश का प्रमुख त्यौहार शिवरात्रि है।

हिमांचल का त्यौहार क्या है।

हिमांचल का राष्ट्रीय त्यौहार वसंत महोत्सव है।

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